Gurugram News Network – अब बंधवाड़ी कचरा ट्रीटमेंट प्लांट से लीचेड का रिसाव हुआ तो संबंधित एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई होगी। जिन एजेंसियां कचरे के निस्तारण में लगी हुई हैं वह भी अपने कार्य में तेजी लाएं। यह बात आज नगर निगम आयुक्त डॉ नरहरि सिंह बांगड़ ने कही। वे शुक्रवार को अपने कार्यालय में ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक कर रहे थे। उन्होंने बंधवाड़ी में लीगेसी कचरा निष्पादन करने वाली एजेंसियों के प्रतिनिधियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने कहा कि सभी एजेंसियां लीगेसी कचरा निष्पादन की प्रक्रिया में और अधिक तेजी लाएं, ताकि निर्धारित लक्ष्यों को पूरा किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने नई आने वाली एजेंसियों से भी कहा कि वे वर्क अलॉट होने के साथ ही कार्य शुरू करना सुनिश्चित करेंगी। बैठक में लीचेट ट्रीटमेंट के बारे में निगमायुक्त द्वारा निर्देश दिए गए कि एजेंसियां यह सुनिश्चित करेंगी कि पैदा होने वाला लीचेट साईट पर ही ट्रीट किया जाए। उन्होंने कहा कि भविष्य में साइट के बाहर लीचेट का रिसाव किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए। एजेंसियों की यह जिम्मेदारी है कि वे लीचेट का ट्रीटमेंट साइट पर ही करें।
बैठक में बताया गया कि बंधवाड़ी साईट पर अब तक लगभग 16 लाख 50 हजार टन लीगेसी कचरे का निष्पादन किया जा चुका है। इसके तहत विभिन्न एजेंसियां कार्य कर रही हैं। इसके साथ ही तीन अन्य एजेंसियों को कार्य अलॉट करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। अधिकारियों ने बताया कि कचरे का निष्पादन करने के बाद उसमें से आरडीएफ, कंपोस्ट तथा इनर्ट निकलता है। आरडीएफ को संबंधित एजेंसियां सीमेंट प्लांटों में भिजवाती हैं तथा कंपोस्ट को किसान ले जाते हैं। इसी प्रकार इनर्ट का डिस्पोजल भी एजेंसियों द्वारा किया जाता है। बंधवाड़ी साईट पर 400 केएलडी लीचेट ट्रीटमेंट की व्यवस्था है। इसके लिए दो डीटीआरओ लगाए हुए हैं।
बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त अमरदीप सिंह, संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डाॅ नरेश कुमार, एसई राधेश्याम शर्मा, एक्सपर्ट अनिल मेहता, ओपी गोयल व शरद भटनागर सहित विभिन्न एजेंसियों के प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।